झांसी अस्पताल हादसा : अधिकारियों ने दी जानकारी, कैसा है घटनास्थल का हाल

Jhansi Hospital Accident: Officials Give Information, Kaisa Hai Incident Sthala Ka Hal, New Delhi: There is news of a heart-wrenching incident from Uttar Pradesh's Jhansi. 10 newborn babies have been confirmed dead due to fire in the NICU of Maharani Laxmibai Medical College in Jhansi. Meanwhile, around 47 newborns were rescued and saved. The accident happened late on Friday night in the Pediatric Intensive Care Ward (SNCU) of Jhansi. Many vehicles of fire brigade are at the spot. It is being told that now the fire in the hospital has been brought under control. CM Yogi Adityanath posted on social media platform X after getting the information about this incident and wrote, "An incident occurred in the NICU of the Medical College located in District Jhansi. The death of the children in the accident is very sad and heartbreaking. The district administration and concerned officials have been instructed to conduct relief and rescue operations on war footing. We pray to Lord Shri Ram to grant salvation to the departed souls and speedy recovery to the injured. Brajesh Pathak wrote in X Post, "The death of many newborn babies in the unfortunate accident of fire in the Neonatal Intensive Care Unit (SNCU Ward) of Maharani Laxmibai Medical College, Jhansi today is very sad and heartbreaking. The district administration and concerned officials Instructions have been given to carry out relief and rescue operations at war level. I am reaching the accident site.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के झांसी से दिल को दहला देने वाली घटना की खबर आ रही है। यहां झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि, 47 के करीब नवजात को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है।झांसी के इस बाल चिकित्सा वार्ड (एसएनसीयू) में शुक्रवार की देर रात यह हादसा हो गया। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां घटनास्थल पर हैं। बताया जा रहा है कि अब यहां अस्पताल में लगे आग पर काबू पा लिया गया है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की जानकारी मिलते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ”जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”,घटना का जानकारी मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।ब्रजेश पाठक ने एक्स पोस्ट में लिखा, “आज झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एसएनसीयू वार्ड) में अग्निकाण्ड की हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है। जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। मैं स्वयं दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहा हूं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि पुण्यात्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”,इस घटना को लेकर झांसी के जिला अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि कॉलेज के एनआईसीयू (शिशु वार्ड) में अंदर की यूनिट में शुक्रवार रात 10.30 से 10.45 के बीच आग लगी थी। अंदर की यूनिट में ज्यादा गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे, जबकि बाहर की यूनिट में कम गंभीर रूप से बीमार बच्चे थे।उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 10 बच्चों की मौत हो गई है। उस समय वार्ड में मौजूद कर्मचारियों का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। जिलाधिकारी ने कहा कि बाहर की यूनिट के सभी बच्चों को बचा लिया गया है। अंदर की यूनिट के भी कुछ बच्चों को बचाया गया है।झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने बताया कि घटना के समय वार्ड में 54-55 बच्चे भर्ती थे। घायल बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।झांसी मंडल के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है।मौके पर फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां पहुंची। पुलिस की टीम मौजूद है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कमिश्नर और डीआईजी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की है।

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