Azamgarh news:जो सैनिकों का सम्मान नहीं कर सकता उसका सम्मान कहीं नहीं होता,एकता में ही बल है मुट्ठी बैठी रहेगी तो कोई पराजित नहीं कर सकता अगर मुट्ठी खुल जाए तो कोई बचा नहीं सकता

रिपोर्ट राकेश श्रीवास्तव

सगड़ी/आजमगढ़:प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी कारगिल शहीद रामसमुझ यादव की शहादत दिवस के अवसर पर आज 30 अगस्त को अंजान शहीद के पास मधुपुर में बने पार्क में उनका शहादत दिवस मनाया गया l शहीद मेले में आए हुए कारगिल युद्ध के सेनानी दीपचंद जो कि कारगिल युद्ध के दौरान अपने दोनों पैर गवा बैठे हैं ने नेताओं पर जमकर कटाक्ष करते हुए कहा कि नेता लोग शहीद होने पर फूल चढ़ाने चले आते हैं और लंबे लंबे भाषण देते हैं जिंदा रहने पर कोई सम्मान नहीं करता उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में कुल 4 लोगों को परमवीर चक्र मिला था जिसमें दो ही लोग जिंदा हैं दो लोगों को मरणोपरांत मिला था l दीपचंद ने कहा कि सबसे मजबूत लोहा होता है उससे मजबूत आ जाती है जो लोहे को पिघला देती है इससे मजबूर पानी होता है जो आग को बुझा देता है इससे मजदूर आदमी होता है आदमी से मजबूत मौत होती है और मौत से भी मजबूत हमारी भारतीय सेना होती है,उन्होंने दतिया की परंपरा है जो मरेगा वही उसी का सम्मान होगा यहां के नेता और प्रशासन केवल शहादत के 2 दिन के लिए आते हैं फूल चढ़ाते हैं श्रद्धांजलि देते हैं चले जाते फिर अपने कार्य को भूल जाते हैं l मेले में मुख्य अतिथि के रूप में आए हुए परमवीर चक्र विजेता संजय कुमार सिंह ने कहा मैं तो इस परिवार को देखने के लिए आया था कि क्या राम और लक्ष्मण की तरह इस कलयुग में भी सही भाई है जो अपने भाई के लिए इस तरह के मेले का आयोजन प्रति वर्ष करता है शहीदों का ऐसा सम्मान अगर कहीं हो सकता है तो केवल आजमगढ़ में ही हो सकता है उन्होंने शहीद मेले के आयोजन के प्रति कारगिल शहीद रामसमुझ यादव के छोटे भाई प्रमोद यादव को बहुत-बहुत बधाई दिया l उन्होंने कहा कि सभी लोग चाहते हैं कि भगत सिंह का जन्म है लेकिन घर के बगल वाले घर में कोई भी अपने घर के लड़के को भगत सिंह नहीं बनाना चाहता उन्होंने कटाक्ष करते हुए नेताओं पर कहा कि देश के सुरक्षा की बात आती है तो नेता केवल भाषण बाजी करते हैं अपने घर के बच्चों को विदेश पढ़ने के लिए भेज देते हैं l उन्होंने कहा कि जब हम शहीदों का सम्मान करते हैं तो उसमें आपका ही सम्मान होता है l उन्होंने कारगिल युद्ध पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत कभी भी किसी पर आक्रमण नहीं करता है लेकिन जब पाकिस्तानी घुसपैठिए हमारे देश मैं घुसपैठ करके तब जाकर लिए तो उनको भगाना पड़ा दुश्मन पहाड़ी के ऊपर मोर्चा संभाले हुए था और हम लोगों को 2 दिन तक पैदल चढ़ाई करके पहाड़ी पर पहुंचकर दुश्मन का मुकाबला करना पड़ता था अरे मेरे देश के वीर जवान अपना घर परिवार अपने देश के लोगों के हवाले करके और देश की रक्षा करता है लेकिन जब शहीद हो जाता है तो मात्र 2 दिन के लिए लोग लोकसभा करते हैं उसके बाद लोग उसको भूल जाते हैं ना कोई उसके परिवार को देखने वाला होता है ना उसे याद करने वाला होता है हमें यह नीति बदलनी होगी क्योंकि सैनिक का सम्मान नहीं देश का सम्मान होता है उन्होंने कहा कि जो रात मुट्ठी बांध कर रहे होगे तब कोई नहीं तोड़ पाएगा जब बिखर जाओगे तो कोई भी तोड़ सकता है इसलिए सब लोग एकजुट होकर देश की रक्षा में लग जाय l इस मेले में पूर्वांचल के रिटायर्ड वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया उन्हें अंगवस्त्रम और प्रशस्ति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया l विश्व प्रसिद्ध मेले में जनपद के तमाम बड़ी हस्तियों से लेकर छोटे कार्यकर्ता क्षेत्रीय जनता हजारों की संख्या में उपस्थित रहे l

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