आजमगढ़ मंडल की मंडली खरीफ अभियान फसलोंत्पादन गोष्टी-2023 का आयोजन
रिपोर्ट:आफताब आलम
आजमगढ़:कृषि विभाग, आजमगढ़ मंडल, आजमगढ़ द्वारा आज कृषि महाविद्यालय कोटवा के सभागार में मंडलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2023 (आजमगढ़ में देवीपाटन मंडल) का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ देवीपाटन मंडल के मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा एवं प्रभारी मंडलायुक्त/जिलाधिकारी आजमगढ़ विशाल भारद्वाज द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।खरीफ उत्पादकता गोष्ठी को संबोधित करते हुए देवीपाटन मंडल के आयुक्त एवं मुख्य अतिथि योगेश्वर राम मिश्रा ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। उन्होंने कहा कि ये दोनों मंडल के क्षेत्रों में 85 प्रतिशत से अधिक व्यवसाय कृषि पर आधारित है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना में कृषकों की आय को दोगुना करना है, इसी दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि की आय को दोगुना करने के लिए क्षेत्रफल एवं उत्पादन को बढ़ाना होगा तथा कृषकों की लागत को कम करना होगा। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी, केमिकल, फर्टिलाइजर एवं जैव खाद की उपलब्धता को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि उद्यान, बिजली, सिंचाई, नहरों की इसमें बड़ी भूमिका होती है।उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ के पानी से कटान को रोकने के बाद फसलों को लगाने का प्रयास किया जाएगा।उन्होंने कहा कि सभी को संज्ञान में लेकर प्रगतिशील किसानों की व्यवहारिक मांगो एवं अधिकारियों की बातों को संज्ञान में लेकर प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार से अनुरोध कर नीतिगत निर्णय शासन से कराया जाएगा।उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर कृषकों को खरीफ फसल को लेकर बीज की उपलब्धता,सिंचाई के पानी की उपलब्धता एवं पीने के पानी की भी उपलब्धता की किसी भी प्रकार से कमी नहीं होने दी जाएगी। किसानों की समस्याओं का समय से निदान किया जाएगा।किसानों को ऑर्गेनिक फसलों के उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से कहा कि निर्धारित अवधि तक विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें,यदि किसी कारण से बिजली कटौती की जाती है तो किसानों को पहले से अवगत कराया जाए।प्रभारी मंडलायुक्त आजमगढ़ मंडल, आजमगढ़/जिलाधिकारी आजमगढ़ विशाल भारद्वाज ने कहा कि
आजमगढ़ मंडल में खरीफ की फसल प्राथमिकता से होती है।उन्होंने कहा कि किसानों को नहरों के माध्यम से टेल तक पानी पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को समय से पानी पहुंचाने के लिए सिल्ट की सफाई सुनिश्चित की जाती है। सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को समय से खाद उपलब्ध कराई जाती है,उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए कृषि विभाग एवं संबंधित विभाग जायद की फसलों को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि मंडल के तीनों जिलों में सहकारी आंदोलन मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि साधन सहकारी समितियों के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों को ऋण की सुविधा एवं आधुनिक सुविधाएं पूरी क्षमता से एवं अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह एवं एफपीओ के माध्यम से सहयोगी फसलों के उत्पादन एवं क्षेत्र बढ़ाने से किसानों की आय में वृद्धि होगी।उन्होंने कहा कि पशुपालन एवं मत्स्य पालन में भी अपार संभावनाएं हैं।उन्होंने कहा कि विभागों के अधिकारी पूरी क्षमता से कृषकों को ऋण उपलब्ध कराने में सहयोग प्रदान करें। पशुपालकों एवं मत्स्य पालकों को बाजार उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि सहकारी दुग्ध समितियों को भी पूरी क्षमता से संचालित करने का प्रयास किया जाए।
संगोष्ठी में जिलाधिकारी बहराइच मोनिका रानी, मुख्य विकास अधिकारी आजमगढ़ श्रीप्रकाश गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी बलिया, मऊ, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, प्रगतिशील किसान एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे,