ईडी-सीबीआई का डर दिखाकर जीत हासिल करने वालों का वक्त बदल चुका है : ईश्वर खांडरे
The times have changed for those who won by showing fear of ED-CBI: Ishwar Khandre
बेंगलुरु:। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल के अनुमानों में कांग्रेस को बढ़त की उम्मीद के बाद कर्नाटक में वन मंत्री ईश्वर खांडरे ने सोमवार को कहा कि जनता अब जागरूक हो चुकी है और वह “तानाशाही” स्वीकार नहीं करेगी।
हरियाणा में भाजपा के 10 साल के शासन के बाद इस बार चुनावों के एग्जिट पोल में कांग्रेस पार्टी के आगे होने पर उन्होंने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा, “आज लोग जागरूक हो चुके हैं और हिटलर के समय की तानाशाही को स्वीकार नहीं करेंगे। कांग्रेस पार्टी हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और झारखंड में जीत रही है, और महाराष्ट्र के चुनावों में भी कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन होगा। भाजपा का समय अब समाप्त होता दिख रहा है, क्योंकि उन्हें जनता का समर्थन नहीं मिला। सीबीआई और आयकर का भय दिखाकर कुछ चुनावी जीत हासिल करने वाले हैं, लेकिन अब वक्त उलटने का है। केंद्र में एक बार फिर कांग्रेस सरकार बनने की संभावना है।”
इसके बाद उन्होंने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ओबीसी को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा, “यह भी सच है कि इस देश को स्वतंत्रता दिलाने में कांग्रेस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी को समान दृष्टि से देखने और उनके विकास के लिए कांग्रेस ने हमेशा प्रयास किया है। खासकर पिछड़े समुदायों को मुख्यधारा में लाने का काम किसने किया? क्या यह भाजपा ने किया? नहीं, भाजपा तो इसके खिलाफ है। महिलाओं को पंचायतों में आरक्षण देने का काम किसने किया? यह सब कांग्रेस पार्टी ने किया है। भाजपा केवल बातें करती है, लेकिन उनके कार्य और नीतियां इसके विपरीत हैं। इसलिए, मैं इस तरह के आरोपों का खंडन करता हूं।”
बता दें कि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा था, “राहुल गांधी जब विपक्ष के नेता बने, तो मुझे लगा था कि सुधर जाएंगे, मगर वह तो और भी बिगड़ गए हैं। पहली बार ऐसा हुआ कि लोकसभा और राज्यसभा में प्रधानमंत्री को बोलने नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री के भाषण के समय में वह वेल में कूद गए। क्या भारत के इतिहास में किसी प्रधानमंत्री के बोलते समय ऐसा व्यवधान डाला गया है? वह देश विरोधी बातें करते हैं और देश विरोधियों के साथ खुलेआम घूमते हैं।”